⇒ बुंदेले हरबोलों के मुँह
हमने सुनी कहानी थी खूब लड़ी मर्दानी वह तो झाँसी वाली रानी थी II
⇒ मातृभूमि की स्वतन्त्रता के
लिए अपने प्राणों का बलिदान देने वाली अप्रतिम शोर्य की प्रतिमूर्ति रानी
लक्ष्मीबाई II
⇒ चमक उठी सन सतावन में वह
तलवारपुरानी थी
बुंदेले हरबोलों के मुँह
हमने सुनी कहानी थी खूब लड़ी मर्दानी वह तो झाँसी वाली रानी थी II
⇒तुम भूल गये शायद मुझको,
मैं झाँसी वाली रानी हूँ जो नपुंसकों पर भारी थी मैं वो मर्दानी हूँ II
Jay viragana
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